Delusional Disorder kya hai ? भ्रम विकार क्या है
Delusional Disorder kya hai ? आजकल इस विकार के बारे में काफी ज्यादा खबरे और मामले सामने आ रहे हैं , जरूरी हो जाता है , हम डिसऑर्डर के बारे में विस्तार से समझे और जगरूकता फैलाये , कही हम या हमारे आसपास तो कोई इस डिसऑर्डर से ग्रसित नहीं।
Delusional Disorder एक ऐसी मेन्टल हेल्थ सिचुएशन है, जहां इंसान सच्चाई को कल्पना से अलग करने के लिए संघर्ष करता है.यह अलग अलग रूपों में होता है, जैसे परेशानी ,जलन और दिखावा, इसके एक खास प्रकार, Erotomanic Delusion में व्यक्यि को ऐसा लगता है कि कोई दूसरा व्यक्ति उसके प्रति रोमांटिक भावनाएं रखता है।
Causes of Delusional Disorder
भ्रम विकार के कारण:-कहा जाता हैं कि शक करना एक आदत नहीं एक बीमारी है, जिसका कही कोई इलाज नहीं है,एक बार अगर कोई इस बीमारी का शिकार हो गया तो फिर जिंदगी बर्बाद होने में समय नहीं लगता , एक लोकप्रिय , psychiatrist के अनुसार, उनके पास एक ।
ऐसा मामला सामने आया, जिसमें पीड़ित महिला को ऐसा महसूस होता था की , उसके पति का कहीं बाहर लव अफेयर है. उसने लगातार 2 साल तक उस बारे में पता लगवाया , उसका फोन कई दिनों तक अपने पास रखकर जांचने की कोशिश की .
पति की इन्वेस्टीगेशन करने के चक्कर में उसने अपनी बेहतरीन नौकरी तक छोड़ दी. इसके बाद भी उसे जब कोई अफेयर का पता नहीं लगा तो उसके परिवार के लोग उसे उनके पास लाये।
डिल्यूजनल डिसऑर्डर का शिकार हुई महिला Woman suffering from Delusional disorder
महिला की जाँच के पश्चात पता चला कि उसके भीतर डिल्यूजनल डिसऑर्डर (Delusional Disorder) यानी भ्रांति जुड़े विकार के लक्षण थे. इसका अर्थ है कि जो घटनाएं घटित ही नहीं हुई थी, वह उनको भी वास्तविक मानने लगी थी. इसी कारण से वह हर समय मतिभ्रम में जी रही थी ।
मनोचिकित्सक के अनुसार यह विकार मेल या फीमेल किसी को भी हो सकता है.अगर ऐसे मामलों को शुरू में ही गंभीरता से ना देखा जाए तो पीड़ित के पागल होने की भी सम्भावना रहती है ।
मनोचिकित्सक को दिखाने में लापरवाही ना बरतें।
मनोचिकित्सक का कहना हैं कि ऐसी स्थिति के पीड़ित से प्यार से बात की जाए. अगर वह ऐसी घटनाओं के बारे में बार-बार दावा कर रहा है, जो वास्तव में हुई ही नहीं थी तो यह उसमें डिल्यूजन डिसऑर्डर के संकेत हो सकते है. ऐसी अवस्था में तुरंत किसी नजदीकी मनोचिकित्सक से उसकी जांच जरूर करवानी चाहिए ,वे मनोचिकित्सक साइक्लॉजिकल टेस्ट के माध्यम से यह पता लगा लेते हैं कि पेशेंट में दिख रहे लक्षण किस मेंटल डिसऑर्डर या बीमारी से जुड़े हैं ।
डॉक्टर के अकॉर्डिंग पीड़ित व्यक्ति में यह डिल्यूजन डिसऑर्डर 9 प्रकार के हो सकते है.
ये 9 प्रकार हैं
डिल्यूजन डिसऑर्डर (Symptoms of Delusional Disorder)
परसेक्यूटरी: इस तरह के डिसऑर्डर (Delusional Disorder) के शिकार व्यक्ति को लगता है कि हर जगह उसके खिलाफ एक षड़यंत्र रचा जा रहा है. उसे परेशान करने के लिए तरह-तरह की योजनाएं बनाई जा रही हैं. उसकी जिंदगी में बाधा डाली जा रही हैं ।
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इस स्थिति में पीड़ित को ऐसा महसूस होता है कि जो वह सोच रहा है, कोई दूसरा व्यक्ति उसके बारे में पहले से ही जान जाता है. यानी कि उसके विचार पूरी तरह बुनियादी नहीं बल्कि कोई उसके द्वारा परियोजना करवा रहा है ।
1.डिल्यूजनल जेलेसी: Delusional Jealousy इस डिसऑर्डर से प्रभावित व्यक्ति को हमेशा ऐसा महसूस होता है कि जैसे उसका सेक्स पार्टनर उसे धोखा दे रहा है. उसका किसी अन्य व्यक्ति के साथ भी शारीरिक संबंध है और वह विश्वासघात कर रहा है ।
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2.थॉट इनसर्शन: thought insertion मन के भीतर इस तरह का भ्रम पैदा हो जाना कि कोई विचार उसका खुद का नहीं है बल्कि कोई संस्था या अन्य व्यक्ति ओर उसके दिमाग में डाला गया है. इसके कारण पीड़ित हर वक्त कंफ्यूजन में फंसा रहता है
3.इरोटोमैनिक: ऐसा भ्रम (Delusional Disorder) है, जिसमें इस विकार से पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि उससे ज्यादा हैसियत या स्थिति वाला व्यक्ति उसके प्यार में पड़ा है. परन्तु ऐसा होता नहीं है ,वह ऐसी कल्पनाओं में ही जीता और उसमें डूबा रहता है।
4.मिक्स्ड: Mixed इस प्रकार के डिसऑर्डर में पीड़ित एक से ज्यादा संशय का शिकार होता है. मतलब कि उसे एक ही टाइम पर अलग-अलग तरह के भ्रम आते रहते हैं. जिसकी वजह से वह मानसिक तौर पर परेशांन और खोया-खोया सा रहने लगता है
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5.भव्यता Grandiose: इस भांति के भ्रम में इंसान को लगता है कि उसके भीतर कोई अलौकिक शक्ति आ चुकी है या उसे कोई अलौकिक ज्ञान प्राप्त हो गया है. कई बार ऐसा भी लगता है कि जैसे कोई राजनेता या सेलिब्रेटी उससे प्रभावित हैं और आशीर्वाद के लिए लाइन में लगा हैं।
6.सोमैटिक: Somatic इस अवस्था में व्यक्ति को इस बात को लेकर लगातार भ्रम (Delusional Disorder) होता रहता है कि वह किसी कार्य को कर भी सकता है या नहीं. उसे अपनी सोचने-समझने की शक्ति को लेकर भी असमंजस बना रहता है ।
7.बिज़ार Bizzare: इस विकार से पीड़ित व्यक्ति impossible fantasies करने लगता है. उसे लगता है कि जैसे उसने भगवान या गॉड के सम्मुख बातें की हैं. कितनी दफा उसे लगता है कि वह दूसरी दुनिया में हो आया है. कितनी बार उसे भविष्य में होने वाली घटनाओं का अहसास होता है ।
जानिए इसके कारन और इलाज क्या है ?
डॉक्टर्स के अनुसार इस डिल्यूजन डिसऑर्डर (Delusional Disorder) से ग्रसित व्यक्ति सामान्यतया सामान्य जिंदगी जीते हुए दिखाई देते हैं लेकिन अंदर से वह इस भ्रम के शिकार हो रहे होते हैं, जब उन लोगों को मालूम होता है कि वे इस तरह के विकार से पीडित हैं तो वे उनकी संगत में आने से बचने लगते हैं ।
संभावित वजहें
लोगों में यह डिसऑर्डर क्यों होता है, इसका सटीक कारण तो अभी तक पता नहीं चला है लेकिन फिर भी कुछ संभावित वजहें सामने आई हैं ।
जैसे कि सामाजिक अलगाव, संदेह, आत्म-सम्मान के ठेस, अविश्वास, Medical Condition या नसों से जुड़ी दिक्कतों की वजह से ऐसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा ईगो सेफ्टी या हाइपर सेंसिटिव व्यक्ति भी मतिभ्रम का शिकार हो सकता है.
ऐसे डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि वह जो भी सोचता है, वह सब सत्य है लेकिन वह सच नहीं होता. इस तरह के केस में Psychiatrist पहले टेस्ट के जरिए उसके डिसऑर्डर की पहचान करते हैं. इसके बाद मेडिसिन्स और काउंसलिंग के माध्यम से उसे सामान्य जिंदगी में वापस आने में मदद करते हैं।
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निष्कर्ष :-
हम आशा करते है ,हमारा यह आर्टिकल“Delusional Disorder kya hai ? भ्रम विकार क्या है” आपको सही जानकारी देगा ,यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य जानकारियों पर बेस्ड है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं और शेयर भी करें ।