IAS Salary kitni hoti hai
आप जानकर हैरान रह जायेंगे एक कलेक्टर को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में।
क्या आपको पता है एक IASअफसर को है कितनी सैलरी मिलती है?और क्या क्या सुविधाएं मिलती है?
लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए आईएएस, आईपीएस, आईईएस, आईएफएस अधिकारी बनने के लिए देश की सबसे
कठिन परीक्षा को पास करना पड़ता है ,
UPSC को सबसे कठिन माना जाता है , जिसको पास करने के लिए आपको लोहे के चने चबाने जैसा है
हर साल भारत में लगभग 5 से 7 लोग एग्जाम देते है ,
जिनमे से 500 या 700 ही चयनित होने होते है , तो आप अंदाजा लगा सकते है ,
कितना कॉम्पेटेशन होता होगा , साथ ही आपको ये भी जनना होगा की भारतीय प्रशासनिक सेवा के तहत मिलने वाले पद कौन-कौन से हैं और उनमें अंतर क्या हैं?
I.A.S. और I.P.S. दोनों को ही विशेष अधिकार दिए जाते है
इनकी भूमिकाये अलग – अलग होती है और दोनों की सैलरी काफी अंतर होता है
एक आईएएस अधिकारी की सैलरी 7 वें वेतन आयोग के अनुसार 54000 से 1,50,000 तक होती हैं। जैसे जैसे इनका प्रमोशन होता हैं वैसे वैसे सैलरी भी बढ़ती रहती है।
आईएएस अधिकारियों को कम से कम 1 और अधिकतम 3 आधिकारिक वाहन कहीं आने जाने के लिए दिए जाते हैं, जिसके लिए उन्हें ड्राइवर भी दिया जाता है।
IAS (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस)
परीक्षा में टॉप करने वालो को आईएएस का पद दिया जता है।,
एक आईएएस का ककम होता है संसद में बनने वाले कानून को अपने इलाकों में लागू करवाना
और नई पॉलिसीस या लॉ बनाने में भी अहम योगदान देते हैं। आईएएस अधिकारी कैबिनट सेकेट्री, अंडर सेकेट्री आदि भी बन सकते हैं।
IPS (इंडियन पुलिस सर्विस)
अपने कार्यक्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने का काम आईपीएस करता है ,
IES (इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस) सरकार के टेक्निकल फंक्शन को देखने का काम होता है हैं। और एक बात ये है कि अन्य अधिकारियों के लिए सिर्फ ग्रेजुएशन की आवश्यकता होती है, लेकिन आईईएस के लिए उम्मीदवारों को इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट किया होना अनिवार्य होता है। आईईएस अधिकारी डिपार्टमेंट ऑफ़ सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में काम करते हैं।
IAS Power and Responsibality
आईएएस अधिकारियों की कुछ शक्तियों और जिम्मेदारियों में शामिल हैं:
प्रशासन: आईएएस अधिकारी जिला, राज्य या केंद्रीय स्तर पर समग्र प्रशासन के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे अधीनस्थ अधिकारियों के काम की निगरानी करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि सरकार की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
कानून और व्यवस्था: IAS अधिकारी अपने संबंधित जिलों, राज्यों या केंद्रीय स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। वे शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम करते हैं।
राजस्व संग्रह: आईएएस अधिकारी अपने संबंधित जिलों या राज्यों में राजस्व संग्रह और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे राजस्व अधिकारियों के साथ काम करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कर और अन्य देय समय पर एकत्र किए जाएं।
विकास: IAS अधिकारी अपने जिलों या राज्यों के विकास के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। वे विकासात्मक कार्यक्रमों और परियोजनाओं को लागू करने के लिए विभिन्न विभागों और एजेंसियों के साथ काम करते हैं।
नीति निर्माण: IAS अधिकारी राज्य और केंद्रीय स्तर पर नीति-निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सरकार को बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हैं और ऐसी नीतियां बनाने में मदद करते हैं जो देश और उसके नागरिकों को लाभ पहुंचाती हैं।
कुल मिलाकर, आईएएस अधिकारी भारत में महत्वपूर्ण शक्ति और जिम्मेदारियां रखते हैं, और उनके काम का देश के विकास और प्रगति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।